तुर्की के शहर हते के मध्य में एक बड़ी खोज हुई है जो प्राचीन काल के बारे में बहुत कुछ बता सकती है। टेल कुर्दु होयुक में हाल ही में हुई खुदाई में 5,200 ईसा पूर्व के पाँच मानव पैरों के निशान मिले हैं। संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के अनुसार, यह खोज प्राचीन अनातोलियन समुदायों के दैनिक जीवन के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करती है और उस समय की सामाजिक और सांस्कृतिक प्रथाओं को समझने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है।
यह खोज कब हुई थी? 21 अगस्त, 2025 को, हते के रेहानली ज़िले में टेल कुर्दु होयुक में कार्यरत वैज्ञानिकों ने इन पाँच संरक्षित पैरों के निशानों की खोज की। ये निशान वर्षा से भीगी मिट्टी में बने थे और 7,000 से भी अधिक वर्षों से उल्लेखनीय रूप से संरक्षित हैं। यह खोज ताम्रपाषाण युग (उबैद काल) के इतिहास को उजागर करने के लिए खोदी गई एक खाई में हुई थी। इस खोज का क्या महत्व है? इस खोज का महत्व न केवल मानव पदचिह्नों की दुर्लभता में निहित है, बल्कि लिखित इतिहास से पहले अनातोलिया में मानव उपस्थिति के प्रत्यक्ष प्रमाण में भी निहित है। औज़ारों, मिट्टी के बर्तनों या प्राचीन इमारतों जैसी आम खोजों के विपरीत, ये पदचिह्न उन लोगों के जीवन की एक झलक प्रदान करते हैं जो लिखित इतिहास से पहले इस भूमि पर चलते थे।
उबैद काल क्यों महत्वपूर्ण है? उबैद काल को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह हमें खानाबदोश जीवन से स्थायी कृषक समुदायों में संक्रमण को समझने में मदद करता है। इस काल के पदचिह्नों का मिलना अत्यंत दुर्लभ है, जिससे यह खोज और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। समय के साथ कठोर हुई मिट्टी पर छोड़े गए ये निशान, इन प्रारंभिक बसने वालों के दैनिक जीवन की एक अनूठी झलक प्रदान करते हैं। बारिश से भीगे कीचड़ में चलते हुए, ये लोग अपनी गतिविधियों का एक रिकॉर्ड पीछे छोड़ गए।
hindnesri24news@gmail.com
© Hind Kesari24. All Rights Reserved.